राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के उत्थान का माध्यम है। मेरे लिए राजनीति में कार्य करने की प्रेरणा उन महान विभूतियों से प्राप्त हुई है, जिन्होंने अपने निस्वार्थ सेवाभाव और राष्ट्रप्रेम से भारत के उत्थान में योगदान दिया। उनका जीवन, संघर्ष और सिद्धांत मेरे मार्गदर्शन का स्रोत रहे हैं।
नरेंद्र मोदी: नए भारत के शिल्पकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व मुझे निरंतर प्रेरित करता है। उनके आत्मनिर्भर भारत, सबका साथ-सबका विकास और दृढ़ इच्छाशक्ति के सिद्धांत राजनीति में मेरी दृष्टि को परिभाषित करते हैं। उन्होंने कैसे एक साधारण पृष्ठभूमि से आकर विश्व स्तर पर भारत को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया, यह हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका राष्ट्रवाद, प्रशासनिक कौशल और भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाने की प्रतिबद्धता मेरे लिए अनुकरणीय है।
अमित शाह: संगठन और रणनीति के ध्वजवाहक
अमित शाह जी का संगठन कौशल और राजनीतिक दूरदृष्टि अद्वितीय है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का जो कार्य किया, वह मुझे नेतृत्व और प्रशासनिक कुशलता का महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है। उनकी कार्यशैली और चुनावी रणनीतियाँ यह दर्शाती हैं कि समर्पण और कठोर परिश्रम से कैसे बड़े लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। उनका योगदान भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण रहा है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय: अंत्योदय के प्रणेता
पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन दर्शन ‘अंत्योदय’ यानी समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के उत्थान पर केंद्रित था। उनका एकात्म मानववाद सिद्धांत समावेशी विकास का आदर्श प्रस्तुत करता है। उनकी विचारधारा ने मुझे समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की प्रेरणा दी है।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: राष्ट्रवाद के प्रतीक
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति के उन महान नेताओं में से हैं, जिन्होंने भारत की अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने ‘एक देश, दो विधान’ के विरोध में संघर्ष किया और इसी संघर्ष में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनका राष्ट्रवाद और आत्मनिर्भर भारत का सपना आज भी मुझे प्रेरित करता है।
स्वामी विवेकानंद: युवाओं के आदर्श
स्वामी विवेकानंद का जीवन दर्शन और उनके विचार मुझे हर कदम पर प्रेरित करते हैं। उन्होंने ‘उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको मत’ का जो संदेश दिया, वह केवल युवाओं के लिए ही नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए मार्गदर्शक है। उनकी आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद का अनूठा समन्वय मुझे समाज और देश की सेवा के लिए प्रेरित करता है।
अटल बिहारी वाजपेयी: संवेदनशील राजनीति का परिचय
अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति में मर्यादा, संवेदनशीलता और कुशल नेतृत्व के प्रतीक थे। उनकी ओजस्वी वाणी और कूटनीतिक समझ ने भारत को एक नई ऊँचाई दी। उनकी शैली ने मुझे यह सिखाया कि राजनीति केवल विवाद और संघर्ष का माध्यम नहीं, बल्कि संवाद और समाधान की प्रक्रिया है।
सरदार वल्लभभाई पटेल: एकता के शिल्पकार
भारत को एक सूत्र में बांधने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल से मुझे देश की अखंडता और दृढ़ निश्चय की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने अपने अदम्य साहस और प्रशासनिक क्षमता से भारत को संगठित किया। उनका जीवन मेरे लिए सशक्त नेतृत्व का उदाहरण है।
इन महापुरुषों के विचार, नीतियाँ और संघर्ष मेरे राजनीतिक जीवन के पथप्रदर्शक हैं। मैं उनके आदर्शों को आत्मसात करके राष्ट्रसेवा के अपने संकल्प को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हूँ। राजनीति का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्ति नहीं, बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचाना है। अपने प्रेरणा स्रोतों के मार्गदर्शन में मैं इसी सिद्धांत का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ।
मंगल पाण्डेय